मैंने जिंदगी को बड़े करीब से पहचानने की कोशिश किया इंसान की इंसानियत उसकी ईमानदारी से बड़ी दूसरी कोई दौलत नहीं है तुम साथ क्या लेकर आए हो तुम्हें साथ क्या लेकर जाना है बस एक बार सोचकर देखो
तुम जख्मों पर मेरे मरहम लगाओ अब इसका मुझको काम नहीं इतना मुझको दर्द दिया है आराम नहीं रहता है यह सच है मेरे प्यार की जरा सा कद्र नहीं करता है यूं ही अपने आशिक को कोई बदनाम नहीं करता है