मैंने जिंदगी को बड़े करीब से पहचानने की कोशिश किया इंसान की इंसानियत उसकी ईमानदारी से बड़ी दूसरी कोई दौलत नहीं है तुम साथ क्या लेकर आए हो तुम्हें साथ क्या लेकर जाना है बस एक बार सोचकर देखो
उसकी मीठी बातों में इस कदर खो गया कि लंबे सफर का पता ना चला खुशियों में यह उम्र गुजर जाएगी जो वह हमसफ़र बने उसे प्यार हद से ज्यादा करने लगा हूं