हर बात इशारों में कहना छोड़ दो कुछ राज खुलकर बताओ तो सही कहीं ऐसा ना हो वक्त गुजर जाए और मैं समझ नहीं पाऊं आपके चाहतों का असली राज क्या है
उसकी मीठी बातों में इस कदर खो गया कि लंबे सफर का पता ना चला खुशियों में यह उम्र गुजर जाएगी जो वह हमसफ़र बने उसे प्यार हद से ज्यादा करने लगा हूं