उसकी मीठी बातों में इस कदर खो गया कि लंबे सफर का पता ना चला खुशियों में यह उम्र गुजर जाएगी जो वह हमसफ़र बने उसे प्यार हद से ज्यादा करने लगा हूं
तुम जख्मों पर मेरे मरहम लगाओ अब इसका मुझको काम नहीं इतना मुझको दर्द दिया है आराम नहीं रहता है यह सच है मेरे प्यार की जरा सा कद्र नहीं करता है यूं ही अपने आशिक को कोई बदनाम नहीं करता है